A motivational poem by
Narendra yadav
हर अंधेरे को रोशन करे, वो चिराग हो तुमजिसके बिना हर संगीत अधूरा है, वो राग हो तुम।
हर मसले को जो हल करे, वो सुराग हो तुम।
सभी उलझे हुए सवालो का जवाब हो तुम।
अगर आज नहीं उठे, तो खराब हो तुम।
उठो, खडे हो और बता दो कि सबके बाप हो तुम।
रात के बाद आने वाली हर सुबह का आगाज हो तुम।
जो हमेशा सही होती हैं, वो अंदर की आवाज़ हो तुम।
हर सीने में जल रही आग 🔥 हो तुम।
आने वाले हर कल का आज हो तुम ।
अगर आज नहीं उठे तो खराब हो तुम।
उठो खडे हो और बता दो कि सबके बाप हो तुम।
The only person who can stop you, is you.For video click here
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